लेखनी कहानी -30-Jun-2022 सजे है उसमें चार पाए
रचयिता-प्रियंका भूतड़ा
शीर्षक-सजे है उसमें चार पाए
सजे है उसमें चारपाए
नाम है उसका चारपाई
देसी भाषा में बोलते खाट
सब बैठते हैं बड़े ठाठ से
देहाती का है यह साधन
साधन है बड़ा खास
करते हैं सब इसका इस्तेमाल
रेशम की डोरी से सजाया
रंगीन इसको बनाया
सब होते एक साथ
बेठ खाट पर खाते रोटी भात
संग में खाते टमाटर, प्याज की चाट
रखते लहसुन की चटनी, सरसों का साग
व्यंजन है बड़ा खासम खास
जहां चाहे वहां बिछाते
आसमान के नीचे गिनते सितारे
ठंडी ठंडी हवा होती बड़ी सुहानी
लगती हमें बड़ी मस्तानी
नींद आती हमें बहुत प्यारी
सपने में आती परिया रानी
देख मन को हर्षाती
ऐसी है हमारी खाट की कहानी
कहलाती है चारपाई
नॉनस्टॉप प्रतियोगिता भाग-१२
Radhika
05-Feb-2023 07:52 PM
Nice
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Dr. Arpita Agrawal
03-Jul-2022 01:08 PM
अद्भुत 👌👌👌
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Zakirhusain Abbas Chougule
01-Jul-2022 02:48 PM
बहुत सुन्दर रचना
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